आईसेक्ट विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की पहल पढ़ेगा मेंदुआ तो बढ़ेगा मेंदुआ

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भोपाल: 1 सितम्बर/ आईसेक्ट विश्वविद्यालय मध्य भारत का पहला निजी विश्वविद्यालय है जो अपनी गुणवत्ता के अलावा अपने सामाजिक सरोकारों के लिए देशभर में जाना जाता है। राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में आईसेक्ट यूनिवर्सिटी स्मार्ट विलेज प्रोजेक्ट के अंतर्गत रायसेन जिले में गोद लिया गांव ग्राम मेंदुआ में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं सतत् रुप से कार्य कर रहे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा पढ़ेगा मेंदुआ, बढ़ेगा मेंदुआ अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का ‘उत्थान’ समूह के सदस्य ग्राम मेंदुआ में कक्षा तीसरी से दसवीं तक के बच्चों को निशुल्क पढ़ा रहे हैं।

विश्वविद्यालय में ‘उत्थान’ समूह के सदस्य शिशिर सराठे बीई (सीएस), आशीष मालवीय डिप्लोमा (सिविल), शिल्पा जाधव (बीएससी), शुभम द्विवेदी डिप्लोमा (एमई), दुर्गा वर्मा (बीबीए), अलंकृता सिंह (बीकॉम) सक्रिय रुप से शामिल हैं।

भारत सरकार ग्रामोदय से भारत उदय के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के उत्थान का कार्य कर रही है। इसी मिशन को सहयोग करने की भावना से विश्वविद्यालय ने इसे प्रारंभ किया है।

विश्वविद्यालय के विद्यार्थी हफ्ते में दो दिन शाम को मेंदुआ गांव के बच्चों को पढ़ा रहे हैं। इसके अलावा बच्चों को स्टेशनरी भी विश्वविद्यालय द्वारा दी जाती है। सांस्कृतिक कार्यक्रम तैयार किये जाते हैं जिसमें बच्चे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। इसके अलावा विभिन्न त्यौहार और पर्व भी बच्चांे के साथ मनाये जाते हैं और उनके महत्व को समझाया जाता है। इस पहल को बच्चों के अभिभावकों द्वारा सराहा जा रहा है। अभी गांव के 65 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

विश्वविद्यालय प्रबंधन ने विद्यार्थियोें के इस पहल के लिये उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दी।

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