रियो ओलम्पिक : हार के बावजूद प्रदर्शन से खुश हैं श्रीकांत

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रियो डी जनेरियो, 18 अगस्त (आईएएनएस)| ब्राजील की मेजबानी में चल रहे ओलम्पिक खेलों के 12वें दिन बुधवार को भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत को एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार झेलनी पड़ी, इसके बावजूद वह अपने प्रदर्शन से खुश हैं।

श्रीकांत ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और कड़ा संघर्ष करते हुए वह लगातार दो बार के चैम्पियन चीन के लिन डैन से 6-21, 21-11, 18-21 से यह मैच हार गए।

मैच के बाद श्रीकांत ने आईएएनएस से कहा, "मैंने जैसा प्रदर्शन किया उससे मैं कभी दुखी नहीं होता। मैंने पूरे मैच में अच्छा प्रदर्शन किया। सिर्फ मैं जीत हासिल नहीं कर सका या मैच का परिणाम अपने पक्ष में नहीं रख सका। इसके बावजूद मैं मैच में कई बार अपने विपक्षी पर हावी रहा।"

बैडमिंटन इतिहास के सबसे सफल खिलाड़ियों में शुमार किए जाने वाले लिन डैन के खिलाफ अपनी रणनीति पर श्रीकांत ने कहा, "उनकी तरह के महान खिलाड़ी के खिलाफ वास्तव में आप कोई तय रणनीति के साथ खेल ही नहीं सकते। और आप किसी एक रणनीति का दोबारा उपयोग भी नहीं कर सकते।"

11वीं विश्व वरीयता प्राप्त श्रीकांत ने कहा, "मैंने कोई खास रणनीति नहीं बनाई थी। मैं सिर्फ आक्रामक खेल खेलना चाहता था और सामान्य गलतियां करने से बचना चाहता था। रणनीति तो खास नहीं थी, सिर्फ मैं लंबी रैलियों में खुद को बनाए रखना चाहता था।"

गौरतलब है कि लिन डैन को ही हराकर चीन ओपन-2014 का खिताब जीत चुके श्रीकांत ने मैच के दौरान पहले गेम में कुछ सामान्य गलतियां करने और तीसरे गेम को अपने पक्ष में न रख पाने पर हताशा जताई।

उन्होंने कहा, "तीसरे गेम में मैं एक समय अच्छी बढ़त हासिल कर चुका था, लेकिन मैंने वहां कुछ सामान्य गलतियां कीं। इस गेम मैं जब 17-19 के स्कोर पर था तो मुझे स्मैश शॉट नहीं खेलना चाहिए था। अहम क्षणों में मुझे नहीं लगता कि अनुभव का कोई फायदा होता है। मेरा वह स्मैश खेल को बदलने वाला साबित हुआ।"

उन्होंने आगे कहा, "अगर मैं साधारण शॉट खेलता तो स्कोर 18-19 हो चुका होता। यह दबाव भरा समय था और मैंने स्मैश खेलते हुए स्कोर लिन डैन के पक्ष में 17-20 कर दिया।"

श्रीकांत ने ओलम्पिक के लिए दो महीने जमकर तैयारी की थी।

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