रियो ओलम्पिक : सानिया-बोपन्ना सेमीफाइनल में पहुंचे

राष्ट्रीय, खेल

हरदेव सनोत्रा 

रियो डी जनेरियो, 13 अगस्त (आईएएनएस)| सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की भारतीय जोड़ी ने रियो ओलम्पिक के मिश्रित युगल वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना ली है।

भारतीय जोड़ी ने शुक्रवार को अपने दूसरे मुकाबले में ब्रिटेन के एंडी मरे और हीदर वॉटसन को हराया। उन्होंने ओलम्पिक टेनिस सेंटर में यह मैच 6-4, 6-4 से जीता।

सानिया और बोपन्ना का अगला मुकाबला काफी चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि इस मैच में उनकी भिड़ंत अमेरिका की वीनस विलियम्स और राजीव राम की जोड़ी से होगी।

वीनस और राजीव ने अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में इटली की रोबर्टा विंसी और फाबियो फोगनीनी की जोड़ी को दो घंटे 22 मिनट में 6-3, 7-5 से मात दी।

रियो ओलम्पिक में शुक्रवार को अपना पुरुष एकल वर्ग का मुकाबला खेलने के ठीक बाद मिश्रित युगल वर्ग के मुकाबले को खेलने आए मरे पर थकान का असर साफ नजर आ रहा था और सानिया तथा बोपन्ना ने इस बात को स्वीकार किया है कि मरे अपनी बेहतर फार्म में नहीं थे।

सानिया ने मुकाबले के बाद कहा, "हमने मरे को पिछले मैच में देखा था और हमारी योजना उन्हें जितना हो सके खेल से बाहर रखने की थी। इसके साथ ही हमारा ध्यान इस बात पर भी था कि अगर उनकी कोई कमजोरी है, तो उस पर वार किया जाए।"

बोपन्ना ने कहा कि मरे को काफी परेशानी हो रही थी उनके लिए यह काफी अच्छा लक्ष्य था। उन्होंने कहा, "परिस्थितियां भी हमारे पक्ष में थीं। इस मुकाबले को जीतने का एक ही तरीका था और वह यह था कि मरे को बॉल से जितना हो सके उतना दूर रखा जाए।"

बोपन्ना का मानना है कि शुक्रवार को हुए मुकाबले में मरे अपनी बेहतरीन फार्म में नहीं थी, जिसके कारण भारतीयों को इस मुकाबले में दबदबा बनाने में काफी सफलता मिली।

कर्नाटक के टेनिस खिलाड़ी बोपन्ना ने कहा, "मरे ने पहले कुछ सर्व गवां दिए और हमने इसका फायदा उठाया। इस मुकाबले में उन पर काफी दबाव था। हम उन्हें अलग रखने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि, परिस्थितियां भी हमारे अनुकूल थीं।"

मुकाबले की शुरुआत में हालांकि, भारतीय जोड़ी को अपने खेल को जमाने में थोड़ी दिक्कत हुई लेकिन फार्म में वापसी के बाद उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया।

भारतीय जोड़ी ने मुकाबले के पहले सेट में 6-4 से बढ़त बनाई और दूसरे सेट में भी अच्छा प्रदर्शन कर ब्रिटिश जोड़ी को 6-4 से पीछे किया।

ब्रिटिश जोड़ी ने हालांकि, काफी वापसी करने की काफी कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे।

सानिया ने कहा कि वह अपने प्रदर्शन से काफी संतुष्ट हैं। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया है कि पदक जीतने के लिए उन्हें खेल में अब भी काफी काम करने की जरूरत है।

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