महानदी पर रमन सिंह का बयान दुर्भाग्यपूर्ण : नवीन पटनायक

राज्य, राष्ट्रीय

भुवनेश्वर, 27 जुलाई (आईएएनएस)| ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को महानदी नदी के पानी के बंटवारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग की और इस मुद्दे पर छत्तीसगढ़ के अपने समकक्ष रमन सिंह के बयान को 'बेहद दुर्भाग्यपूर्ण' बताया। पटनायक ने यहां संवाददाताओं से कहा, "महानदी नदी के पानी के बंटवारे के मुद्दे पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह बयान सह-बेसिन राज्यों व हमारी संघीय सरकार के बीच अंतर-राज्यीय पानी के बंटवारे को लेकर आधारभूत सिद्धांतों का उल्लंघन है।"

पटनायक ने कहा कि वह महानदी नदी के पानी के मुद्दे को पहले ही प्रधानमंत्री के समक्ष उठा चुके हैं।

रमन सिंह ने मंगलवार को कहा कि महानदी मुद्दे का ओडिशा में 'अनावश्यक रूप से राजनीतिकरण' किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "छत्तीसगढ़ केंद्रीय जल आयोग की मंजूरी से नदी से पानी ले रहा है। वस्तुत: हमें अधिक पानी लेने का अधिकार है।"

पटनायक ने इस मुद्दे पर संसद में कथित तौर पर भ्रमित करने वाले बयान के लिए केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री संजीव बाल्यान की आलोचना की।

ओडिशा के मुख्यमंत्री ने कहा, "सबसे अधिक दुर्भाग्यपूर्ण संसद में मंगलवार को बाल्यान द्वारा गलत व भ्रमित करने वाला बयान देना है।"

पटनायक ने छत्तीसगढ़ से मुद्दे के सुलझने तक नदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में निर्माण संबंधी गतिविधियां बंद करने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा, "महानदी हमारे राज्य की जीवनरेखा है। छत्तीसगढ़ के एकपक्षीय व जबरदस्ती की कार्रवाई से हम महानदी को सुखाने की अनुमति नहीं देंगे।"

पटनायक ने कहा, "मैं ओडिशा के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि मेरी सरकार मुद्दे को विभिन्न स्तरों पर उठाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी और महानदी के पानी पर अपने न्यायपूर्ण अधिकारों को बनाए रखने के लिए हर दरवाजा खटखटाएंगे।"

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महानदी नदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में बैराज के निर्माण का ओडिशा विरोध कर रहा है। ओडिशा का कहना है कि इससे प्रदेश के किसान प्रभावित होंगे।

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