आंध्र प्रदेश में विशेष दर्जे की मांग पर विपक्ष का एक दिवसीय बंद

राज्य, राष्ट्रीय

विजयवाड़ा, 10 सितम्बर (आईएएनएस)| राज्य को विशेष दर्जा देने से मना करने पर विपक्षी पार्टियों ने शनिवार को आंध्र प्रदेश में एक दिवसीय बंद का आयोजन किया है। बंद से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ और बड़े पैमाने पर प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारियां हुई हैं। युवाजन, श्रमिक, रायतू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं ने बसों को चलने से रोक दिया, जिससे राज्य के सभी 13 जिलों में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था प्रभावित हुई।

बसों को निकलने से रोकने के लिए आंध्र प्रदेश राज्य परिवहन निगम (एपीएसआरटीसी) के डिपो में शनिवार सुबह से ही विपक्षी कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए।

हालांकि पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शकारियों को गिरफ्तार किया।

राज्य के कुछ जिलों में हालांकि पुलिस अभिरक्षा में एपीएसआरटीसी की बसें चल रही थीं। विजयवाड़ा, गुंटूर, विशाखापत्तनम, तिरुपति, कुरनूल, अनंतपुर और राज्य के अन्य शहरों में दुकान, व्यापारिक प्रतिष्ठान और शिक्षण संस्थान बंद रहे।

राज्य की कार्यकारी राजधानी विजयवाड़ा में बंद पूर्णत: सफल रहा। बसें सड़कों पर नहीं चल रही थीं और स्कूल, कॉलेज एवं दुकानें बंद थीं।

तिरुपति के कुछ हिस्सों में तनाव उत्पन्न हो गए, क्योंकि पुलिस ने वाईएसआर कांग्रेस के नेता भुमना करुणाकर रेड्डी समेत विपक्षी दलों के दर्जनों नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।

माकपा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नकली अंत्येष्टि करने का प्रयास किया। पुलिस ने विपक्षी कार्यकर्ताओं की यह कोशिश विफल कर दी, जिसे लेकर दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हुई, जिससे भी तनाव उत्पन्न हुआ।

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि राज्य को विशेष दर्जा देने के अपने वादे से मुकर कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के लोगों से विश्वासघात किया है।

पुलिस ने तिरुपति में निषेधाज्ञा लागू कर पांच या अधिक लोगों को एक जगह इकट्ठे होने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

कडप्पा जिले में बंद करीब-करीब पूर्णत: सफल रहा। एपीएसआरटीसी की 930 बसें सड़कों पर नहीं निकलीं, जबकि दुकान, पेट्रोल पंप और सिनेमा हॉल बंद रहे।

श्रीकाकुलम जिले में पूर्व मंत्री धर्मना प्रसाद राव समेत वाईएसआरसीपी के नेताओं को घर में नजरबंद कर दिया गया।

वाईएसआरसीपी ने आरोप लगाया कि पुलिस गिरफ्तारियों में पक्षपात कर रही है और बंद को असफल करने के लिए बल प्रयोग कर रही है।

विपक्षी दलों ने रैलियां निकालीं और कई जगहों पर धरना-प्रदर्शन किए। विपक्षियों ने केंद्र और राज्य सरकारों की मनोवृत्ति की निंदा की।

प्रदर्शनकारियों ने मोदी और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ नारे लगाए।

कांग्रेस पार्टी ने कुरनूल जिले में बेंगलुरू राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रघुवीरा रेड्डी ने विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जिससे भारी जाम लग गया।

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