रयान रिकेल्टन के शतक से दक्षिण अफ्रीका ने अफगानिस्तान को 107 रनों से हराया, चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में शानदार शुरुआत

जब रयान रिकेल्टन ने आखिरी गेंद पर चौका मारा, तो नेशनल स्टेडियम का माहौल बिल्कुल जल उठा। 106 गेंदों में 103 रन — एक शतक नहीं, लेकिन इतना अच्छा कि अफगानिस्तान के लिए जीत का कोई रास्ता नहीं बचा। ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 का तीसरा मैच शुक्रवार, 21 फरवरी, 2025 को कराची के नेशनल स्टेडियम में खेला गया, और दक्षिण अफ्रीका ने अफगानिस्तान को 107 रनों से धूल चटा दी। ये सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि एक संदेश था — दक्षिण अफ्रीका इस टूर्नामेंट का वास्तविक खिलाड़ी है।

शतक की जगह, एक अद्भुत पारी

रयान रिकेल्टन की पारी को शतक कहना गलत होगा — वो 97 रन पर थे, आखिरी गेंद पर चौका मारकर 103 बनाए। लेकिन इस पारी का महत्व उसके रनों से ज्यादा उसके तरीके में था। 106 गेंदों में 10 चौके और एक छक्का — बिना किसी जल्दबाजी के, बिना किसी गलती के। वो बल्लेबाज नहीं, एक घड़ी था, जो हर गेंद को समय के साथ बर्बाद नहीं कर रहा था। उसके बाद टेम्बा बावुमा (58), रासी वैन डेर डुसेन और एडेन मार्कराम (दोनों 52) ने लगातार रन जोड़े। दक्षिण अफ्रीका ने 50 ओवर में 315/6 बनाए — एक ऐसा स्कोर जिसे अफगानिस्तान के लिए टूर्नामेंट की शुरुआत में छूना भी मुश्किल था।

अफगानिस्तान का सपना, एक रहमत शाह के साथ टूट गया

अफगानिस्तान के लिए ये मैच बहुत ज्यादा था। वो दुनिया के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों के खिलाफ खेल रहे थे, और उनके कप्तान रहमत शाह ने एक ऐसी पारी खेली जो दिल को छू गई। 92 गेंदों में 90 रन — 9 चौके, एक छक्का, और शतक से सिर्फ 10 रन की दूरी। लेकिन जब वो आउट हुए, तो अफगानिस्तान की टीम बिल्कुल टूट गई। उनके बाकी के 8 बल्लेबाजों में से किसी ने भी दहाई नहीं लगाई। न कोई बड़ा शॉट, न कोई धैर्य। बस डर।

रबाडा और गेंदबाजी की जादुई जोड़ी

दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी ने तो बस एक अद्भुत प्रदर्शन किया। कगिसो रबाडा ने 3 विकेट लिए, लेकिन उनके साथ लुंगी एनगिडी और वियान मुल्डर ने भी दो-दो विकेट लेकर अफगानिस्तान के बल्लेबाजों को लगातार दबाव में रखा। अफगानिस्तान के बल्लेबाज अक्सर फर्स्ट बॉल पर आउट हुए — ये नहीं कि वो गलत बॉल खेल रहे थे, बल्कि वो बस डर गए थे। रबाडा की गति, एनगिडी की लाइन, मुल्डर का इंग्लिश शॉर्ट पॉकेट — ये सब एक साथ एक ऐसा बंदूक का बर्स्ट था जिसका जवाब अफगानिस्तान के पास नहीं था।

ग्रुप-बी का नक्शा बदल गया

इस जीत के बाद दक्षिण अफ्रीका ग्रुप-बी में अग्रणी स्थिति में आ गया। उनका अगला मैच 25 फरवरी, 2025 को रावलपिंडी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होगा — जिसमें ऑस्ट्रेलिया भी अपनी शुरुआत अच्छी कर चुका है। जबकि अफगानिस्तान को अपना अगला मैच 28 फरवरी को इंग्लैंड के खिलाफ खेलना होगा, जिसके बाद उनका आखिरी ग्रुप मैच 1 मार्च को कराची में इंग्लैंड के खिलाफ होगा। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 फरवरी का मैच अब बहुत महत्वपूर्ण हो गया है — ये दोनों टीमें अफगानिस्तान को बाहर करने के लिए लड़ रही हैं।

क्या अफगानिस्तान के पास अभी भी आशा है?

हां। लेकिन ये आशा अब बहुत पतली है। अफगानिस्तान ने पिछले दो टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया था — 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत और 2023 विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ अच्छी पारी। लेकिन ये मैच उनकी टीम की कमजोरियों को साफ दिखा रहा है: बल्लेबाजी में गहराई की कमी, और तेज गेंदबाजी के खिलाफ अप्रभावी रणनीति। उनके लिए अब बस एक ही रास्ता है — इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत। दोनों टीमें बहुत मजबूत हैं, लेकिन अगर अफगानिस्तान अपनी भावनाओं को नियंत्रित कर ले, तो अभी भी बाहर नहीं निकला।

दक्षिण अफ्रीका की टीम का भविष्य

दक्षिण अफ्रीका की टीम अब बहुत आत्मविश्वास से भरी हुई है। कोच और टीम प्रबंधन ने खुशी व्यक्त की है कि उनकी टीम ने टूर्नामेंट की शुरुआत में ही एक बड़ी जीत हासिल की है। रयान रिकेल्टन के बाद बावुमा और मार्कराम की बल्लेबाजी ने दिखाया कि ये टीम एकल ताकत पर नहीं, बल्कि टीम के रूप में काम कर रही है। अगर वो अगले दो मैचों में भी ऐसा ही प्रदर्शन करते हैं, तो फाइनल तक पहुंचना उनके लिए अब सिर्फ एक सपना नहीं, बल्कि एक निश्चित योजना बन गई है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

रयान रिकेल्टन की पारी क्यों इतनी खास है?

रिकेल्टन की 103 रन की पारी सिर्फ रनों की बात नहीं, बल्कि तकनीक, धैर्य और दबाव में भी अच्छी प्रदर्शन की निशानी है। 106 गेंदों में 103 रन — ये आधुनिक एकदिवसीय क्रिकेट में अत्यंत दुर्लभ है। उन्होंने शुरुआत में नियंत्रित खेला, फिर अंत में तेजी से रन बनाए, जिससे दक्षिण अफ्रीका का स्कोर बहुत बड़ा बना।

अफगानिस्तान की टीम की कमजोरी क्या थी?

अफगानिस्तान की टीम में बल्लेबाजी की गहराई की कमी थी। रहमत शाह के बाद कोई भी बल्लेबाज दहाई अंक तक नहीं पहुंच पाया। तेज गेंदबाजों के खिलाफ उनकी रणनीति बहुत कमजोर थी — अधिकांश बल्लेबाज फर्स्ट बॉल पर आउट हुए। इससे उनकी टीम का मनोबल भी टूट गया।

कगिसो रबाडा ने कैसे अफगानिस्तान के बल्लेबाजों को इतना दबाया?

रबाडा ने अपनी तेज गेंदों के साथ-साथ लाइन और लंबाई का बेहतरीन उपयोग किया। उन्होंने बाहर की गेंदों पर बल्लेबाजों को आउट किया, और अंदर की गेंदों पर उन्हें बाधित किया। उनकी गति और तेज गेंदों की ताकत ने अफगानिस्तान के बल्लेबाजों को डरा दिया।

अफगानिस्तान के लिए अगला मैच क्यों इतना महत्वपूर्ण है?

अफगानिस्तान के लिए इंग्लैंड के खिलाफ मैच अब जीवन-मरण का सवाल बन गया है। अगर वो हार गए, तो फाइनल रेस से बाहर हो जाएंगे। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दोनों बहुत मजबूत हैं, लेकिन अफगानिस्तान के पास अभी भी एक अवसर है — अगर वो अपनी भावनाओं को नियंत्रित कर लें और बल्लेबाजी में गहराई दिखाएं।

चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में दक्षिण अफ्रीका की जीत का क्या मतलब है?

इस जीत से दक्षिण अफ्रीका ने दुनिया को दिखाया कि वो अब सिर्फ एक टीम नहीं, बल्कि एक विजेता है। उनकी टीम में अब बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में संतुलन है। अगर वो अगले मैचों में भी ऐसा ही प्रदर्शन करते हैं, तो वो टूर्नामेंट जीतने की ओर बहुत करीब हैं।

इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच का मैच क्यों अहम है?

ये मैच ग्रुप-बी का निर्णायक मुकाबला होगा। दोनों टीमें अच्छी शुरुआत कर चुकी हैं, और इसके बाद जीतने वाली टीम ग्रुप टॉप पर आ जाएगी। अफगानिस्तान के लिए ये मैच देखना जरूरी है — अगर ऑस्ट्रेलिया जीतता है, तो उनकी टीम के लिए आगे का रास्ता और भी कठिन हो जाएगा।