JS NewsPlus - шаблон joomla Продвижение
BREAKING NEWS
शेयर बाजार : आर्थिक आंकड़े, फेड की बैठक पर रहेगी नजर
बिहार : चुनावी समर में गठबंधनों की अग्नि परीक्षा
मुझे लिखने से कोई नहीं रोक सकता : एमएम बशीर (साक्षात्कार)
सीरियाई शरणार्थियों के लिए यूनिसेफ को 1 करोड़ डॉलर
अन्ना 2 अक्टूबर से दिल्ली में भूख हड़ताल नहीं करेंगे
मैं कोई वीआईपी नहीं : रॉबर्ट वाड्रा
डेंगू बुखार से ताइवान के पर्यटन उद्योग को झटका
'एआईएमआईएम के चुनाव लड़ने से परेशान नहीं हैं बिहार के नेता'
जिकिता हेल्थकेयर में शेयरधारक नहीं : कार्ति चिदंबरम
हिंदी राजभाषा के साथ संपर्क भाषा भी : राजनाथ

LIVE News

शेयर बाजार : आर्थिक आंकड़े, फेड की बैठक पर रहेगी नजर

मुझे लिखने से कोई नहीं रोक सकता : एमएम बशीर (साक्षात्कार)

सीरियाई शरणार्थियों के लिए यूनिसेफ को 1 करोड़ डॉलर

अन्ना 2 अक्टूबर से दिल्ली में भूख हड़ताल नहीं करेंगे

मैं कोई वीआईपी नहीं : रॉबर्ट वाड्रा

इस संडे भोपाल में होगी फ़िटनेसगीरी, अमिताभ बच्चन से मिलने का मिल सकता है मौका

फन एवं फ़िटनेस का संगम आशिमा माल में सुबह (रविवार) 6.30am - 10am 

भोपाल: 28 नवम्वर/ अब भोपाल में फ़िटनेसगीरी भी होगी। अभी तक राहगीरी का लुत्फ उठा रहे भोपाल के लोगों के लिए अब फ़िटनेसगीरी का नया अवसर उपलब्ध है. विशाल फ़िटनेस प्लानेट के एवं कुछ अन्य संस्थाओं के सहयोग से इस रविवार, 30 नवम्बर को  सुबह (रविवार) 6.30am - 10am  तक आशिमा माल की वी आई पी पार्किंग में, भोपाल में एक नए प्रकार के प्रयोग की शुरुआत होगी जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों के स्वस्थ्य के प्रति जागरूक करना है. उक्त आशय की जानकारी आयोजक विशाल वर्मा ने दी.

रविवार के इस आयोजन में प्रवेश तो निशुल्क है ही साथ ही फ्री मेडिकल चेक उप ,फ्री आइ चेक उप के अतिरिक्त मधुमेह एवं दांतों के रोगों के सम्बन्ध में भी निशुल्क परामर्श उपलब्ध होगा। इस के अलावा भोजन एवं आहार की सही जानकारी, ऑर्गेनिक फ़ूड आदि का विवरण राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों एवं डाक्टरों द्वारा निशुल्क दिया जायेगा।

बच्चों के लिए किड्स-जुम्बा है जो बचपन के मोटापे से बचाता है ,इसके लिए भी गोवा से एक्सपर्ट पधारेंगे। योग,भांगड़ा एरोबिक्स से लेकर बॉलीवुड की धूम सब कुछ एक स्थान पर यानि फन एवं फ़िटनेस का संगम होगा,वो भी बिलकुल फ्री।

आयोजन के मुखिया विशाल वर्मा ने बतया कि जो लोग विशाल फिटनेस प्लेनेट एवं आईसीआईसीआई बैंक से जुड़े होंगे उन में 175 लोगो को कुछ निश्चित शर्तों के पालन के उपरांत महानायक अमिताभ बच्चन से मिलने का मौका मिलेगा।

Related items

  • मुझे लिखने से कोई नहीं रोक सकता : एमएम बशीर (साक्षात्कार)
    प्रीथा नायर
    नई दिल्ली, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। दबावों के कारण लेखन रोक देने की रपटों को ठुकराते हुए मलयालम के साहित्यिक अलोचक लेखक एम.एम.बशीर ने कहा कि वे ऐसे किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे।

    कई रपटों में कहा गया कि हिंदू गुट 'हनुमान सेना' से मिली धमकियों के बाद रामायण पर उनके छह लेखों की श्रृंखला में से आखिरी को मातृभूमि द्वारा रोक दिया गया। इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा था कि मुसलमान होते हुए भी रामायण लिखने के लिए अज्ञात व्यक्तियों द्वारा फोन पर भर्त्सना करने के कारण बशीर को अपना आखिरी लेख रोकना पड़ा था।

    कालीकट से आईएएनएस को दिए एक टेलीफोन साक्षात्कार में बशीर ने कहा, "कई धमकियों के बावजूद मैंने लेखों की श्रृंखला पूरी की। मैं जब तक जीवित रहूंगा, तब तक लिखना जारी रखूंगा।"

    बशीर ने कहा, "मैंने अखबार के दफ्तर के बाहर, अखबार को हिंदू विरोधी करार देते और एक मुसलमान को रामायण लिखने देने के लिए अखबार का बहिष्कार करने की धमकी भरे पोस्टर देखे थे। "

    बशीर ने बताया कि मातृभूमि ने उन्हें कहा था कि वे धमकियों के चलते आखिरी लेख रोक रहे हैं, लेकिन मैंने इसे कभी नहीं रोका।

    बशीर ने कहा, "लेख छपने के बाद रामायण लिखने के लिए निंदा करते हुए मुझे कम से कम 250 कॉल आए। राम या रामायण की उन्हें कोई समझ नहीं थी, उन्हें केवल इस बात से मतलब था कि एक मुसलमान ने रामायण क्यों लिखी।"

    बशीर ने कहा कि कॉल करने वाले इस बात से क्रोधित थे कि लेख में राम का मानव के रूप में चित्रण किया गया था।

    बशीर ने स्पष्ट किया कि मैंने केवल वाल्मीकि रामायण को आधार बनाकर ही रामायण लिखा है। वाल्मीकि ने भी राम का मानव के रूप में चित्रण करते हुए उनके कर्मो की अलोचना की थी।

    बशीर ने कहा, "75 वर्ष की उम्र में केवल एक मुसलमान के तौर पर देखे जाने से मैं दुखी हूं क्योंकि मैंने कभी भी केवल एक मुसलमान के रूप में अपना जीवन नहीं जिया।"

    बशीर ने कहा कि भारत में रामायण के 700 से अधिक संस्करण हैं और कई लेखकों ने कहानी को अलग तरीके से लिखा है। यहां तक कि एक संस्करण में सीता को रावण की पुत्री बताया गया है। केरल में 25 से अधिक संस्करण हैं, जिसमें एक मुस्लिम संस्करण 'मप्पिलाह रामायणम' भी शामिल है।

    धर्म के नाम पर राज्य के बंटवारे से बशीर बेहद दुखी हैं। कालीकट विश्वविद्यालय में प्राध्यापक बशीर ने मलयालम काव्य पर 40 से अधिक लेख लिखे हैं।

    बशीर ने कहा, "भारत के लेखक कठिन दौर से गुजर रहे हैं। तमिल लेखक पेरूमल मुरुगन को लेखन न करने के लिए बाध्य करने और कर्नाटक के लेखक एम.एम. कलबुर्गी को मार दिए जाने जैसी घटनाएं विचारों की स्वतंत्रता को दबाने की बढ़ती प्रवृत्ति दर्शाती हैं। "

    बशीर ने कहा, "रामायण पर मेरी किताब शीघ्र ही आएगी। एक मुसलमान द्वारा रामायण लिखने का विरोध करने वालों के लिए यह एक करारा जवाब होगा। "

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • अन्ना 2 अक्टूबर से दिल्ली में भूख हड़ताल नहीं करेंगे
    रालेगण-सिद्धि (महाराष्ट्र), 12 सितम्बर (आईएएनएस)। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शनिवार को घोषणा की कि वह दो अक्टूबर से नई दिल्ली में प्रस्तावित अपनी भूख हड़ताल स्थगित कर रहे हैं, क्योंकि केंद्र ने पूर्व सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन योजना लागू कर दी है और विवादास्पद भूमि अधिग्रहण विधेयक का विचार त्याग दिया है।

    अन्ना ने दो प्रमुख मांगों के समर्थन में दो अक्टूबर से राष्ट्रीय राजधानी के रामलीला मैदान में भूख हड़ताल शुरू करने का निर्णय लिया था।

    अन्ना ने कहा है कि यद्यपि अब ये दोनों मुद्दे समाप्त हो गए हैं, लेकिन यदि लोकपाल और लोकायुक्तों की मांग पूरी नहीं हुई तो वह एक नया आंदोलन शुरू करेंगे।

    उन्होंने अहमदनगर जिले में अपने पैतृक गांव में मीडियाकर्मियों से कहा कि इन मुद्दों पर जन जागरूकता पैदा करने के लिए देशभर में हाल की उनकी यात्राओं के दौरान उन्हें आम जनता से व्यापक प्रतिसाद मिला।

    अन्ना ने कहा कि सैनिकों और किसानों के कई संगठनों ने देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू किया, जिसके कारण सरकार को अंतत: ओआरओपी लागू करना पड़ा और भूमि अधिग्रहण विधेयक वापस लेना पड़ा।

    उन्होंने अपने इस रुख को दोहराया कि भूमि अधिग्रहण विधेयक देश के किसानों के साथ अन्याय है और उन्होंने इसके खिलाफ हर जगह बड़े पैमाने पर आंदोलन किया।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • मैं कोई वीआईपी नहीं : रॉबर्ट वाड्रा

    नई दिल्ली, 12 सितम्बर (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने शनिवार को कहा कि वह कोई वीवीआईपी या वीआईपी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि उनका नाम देश के हवाईअड्डों पर जांच से मुक्त लोगों की सूची से हटा दिया जाए।

    वाड्रा ने सरकार के दोमुंहेपन को लेकर संदेह भी जाहिर किया। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार कहती है कि उनका नाम सूची से हटा दिया जाना चाहिए और दूसरी ओर सरकार सूची से नाम हटाती भी नहीं।

    रॉबर्ट ने एक बयान में कहा, " मेरे ऊपर खतरे को लेकर सरकार द्वारा जाहिर किए गए विश्लेषण में कथित तौर पर कहा गया है कि मुझे इस सूची में रहने की जरूरत नहीं है, फिर वीवीआईपी सूची से मेरा नाम हटाने और फिर उसे शामिल करने को लेकर यह दोहरी बात क्यों।"

    उन्होंने कहा कि यह उनकी छवि खराब करने की किसी साजिश का हिस्सा भी हो सकता है।

    रॉबर्ट ने कहा है कि देश के हवाईअड्डों पर प्रवेश और निकास द्वारों पर उनके साथ एक आम व्यक्ति जैसा बरताव किया जाना चाहिए।

    उन्होंने कहा, "हो सकता है कि मुझे प्रत्येक हवाईअड्डे पर व्यक्तिगत तौर पर जाकर मेरा नाम मिटाना पड़े, क्या यह कारगर होगा? या यह मेरी छवि खराब करने की किसी साजिश का कोई हिस्सा है। मैं एक सामान्य नागरिक हूं, इसलिए कृपया मेरे साथ एक आम नागरिक की तरह बरताव करें, अन्यथा प्रत्येक भारतीय नागरिक का नाम वीवीआईपी सूची में शामिल करें और कृपया लोगों का समय बर्बाद न करें।"

    वाड्रा ने कहा है कि उन्हें विशेष सुविधा लेने में रुचि नहीं है। उन्होंने अपने फेसबुक पृष्ठ पर जारी एक बयान में कहा है, "मैं स्पष्ट हूं, लेकिन चाहता हूं कि संबंधित अधिकारी इस बात को समझेंगे कि मैं कोई वीवीआईपी या वीआईपी नहीं हूं।"

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • 'एआईएमआईएम के चुनाव लड़ने से परेशान नहीं हैं बिहार के नेता'
    पटना, 12 सितम्बर (आईएएनएस)। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के बिहार के सीमांचल क्षेत्रों में चुनाव लड़ने की घोषणा से बिहार के नेता परेशान नहीं हैं।

    बिहार के प्रमुख राजनीतिक दल के नेताओं का मानना है कि ओवैसी की पार्टी के चुनाव लड़ने से बिहार में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

    बिहार में सत्ताधरी जनता दल (युनाइटेड) के प्रवक्ता अजय अलोक ने कहा कि हम मजबूत धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के महागठबंधन के साथ चुनाव मैदान में जा रहे हैं। इस कारण ओवैसी का प्रभाव महागठबंधन के वोटों पर नहीं पड़ेगा। बिहार के लोग अब विकास देख चुके हैं।

    उन्होंने कहा कि एक रणनीति के तहत ओवैसी को बिहार के सीमांचल क्षेत्रों से चुनाव लड़ाया जा रहा है।

    इधर, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संसदीय बोर्ड के नेता और सांसद चिराग पासवान ने कहा, "ओवैसी दूसरे प्रदेश से आते हैं और जिस वोट बैंक पर वे अपनी पकड़ बनाने का दावा करते आ रहे हैं उस वर्ग का विश्वास राजग पर है। उन्होंने कहा कि वह वर्ग लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान के साथ है।"

    इधर, भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि भाजपा सीमांचल क्षेत्रों में ओवैसी को कठिन टक्कर देने को तैयार हैं और पूर्व की भांति सीमांचल क्षेत्रों में भाजपा के प्रत्याशी विजयी भी होंगे।

    कांग्रेस के नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि लोकतंत्र में कोई भी दल या व्यक्ति कहीं से आकर चुनाव लड़ सकता है। परंतु, ओवैसी के बिहार में चुनाव लड़ने का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन को समर्थन देने का मन बना चुके हैं।

    गौरतलब है कि बिहार में जद (यू), राजद और कांग्रेस महागठबंधन में शामिल है जबकि भाजपा नीत राजग में लोजपा, रालोसपा और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा हैं।

    एआईएमआईएम ने बिहार विधानसभा चुनाव में सीमांचल क्षेत्र में अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में शनिवार को यह घोषणा की।

    उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि "एआईएमआईएम चुनाव में उतरने वाले अपने उम्मीदवारों की संख्या की घोषणा जल्द करेगी। बिहार के सीमांचल क्षेत्र में चार जिले हैं, जहां कुल 24 निर्वाचन क्षेत्र हैं। हैदराबाद के सांसद ने कहा कि सीमांचल का पिछड़ापन पार्टी का चुनावी मुद्दा होगा।"

    उन्होंने यह भी घोषणा की कि एआईएमआईएम के बिहार इकाई के अध्यक्ष अख्तरूल इमाम होंगे। उल्लेखनीय है कि ओवैसी पिछले महीने में बिहार के किशनगंज में एक रैली को संबोधित कर चुके हैं।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • जिकिता हेल्थकेयर में शेयरधारक नहीं : कार्ति चिदंबरम

    चेन्नई, 12 सितम्बर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम के पुत्र कार्ति पी. चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि वह जिकिता हेल्थकेयर लिमिटेड में शेयरधारक नहीं हैं और न तो कंपनी से उन्हें कोई मानधन ही प्राप्त होता है।

    ऐसी खबरें हैं कि प्रवर्तन निदेशालय राजस्थान एंबुलेंस घोटाले में मनी लांडरिंग के लिए उनके खिलाफ एक मामला दर्ज कर रही है। इस सवाल के जावब में कार्ति ने कहा, "मुझे किसी एजेंसी से कोई नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है। मुझे इसके बारे में मीडिया रपटों से जानकारी मिली है।"

    कार्ति के अनुसार, वह जिकिता हेल्थकेयर में 2012 तक एक स्वतंत्र निदेशक थे और अंतिम बार कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में 2008 में उन्होंने हिस्सा लिया था।

    राजस्थान में एंबुलेंस सेवा का ठेका जिकिता हेल्थकेयर को जारी किया गया था, जो इस समय जांच के दायरे में है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • हिंदी राजभाषा के साथ संपर्क भाषा भी : राजनाथ
    भोपाल, 12 सितम्बर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हिंदी भारत की राजभाषा के साथ संपर्क भाषा भी है। भारत की संस्कृति और जीवन मूल्यों का प्रतिनिधित्व करने वाली भाषा हिंदी है।

    गृह मंत्री सिंह शनिवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 10वें विश्व हिन्दी सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

    सिंह ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ की अधिकृत भाषा में हिंदी शामिल होना चाहिए। जब अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए दुनिया के 177 देश का समर्थन प्राप्त किया जा सकता है तो हिंदी के लिए क्यों नहीं? हिंदी दुनिया में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा में से एक है। टेक्नालाजी कंपनियों ने हिंदी के महत्व को समझा है और वे इसे बढावा दे रही हैं। इंटरनेट पर जिस भाषा में सबसे अधिक कंटेंट जनरेट होता है वह भाषा हिन्दी है।

    उन्होंने कहा कि भारत में बोली जाने वाली सबसे पुरानी भाषा तमिल है और राष्ट्रीय स्तर पर मातृ भाषा संस्कृत है। भौगोलिक और संख्यात्मक दृष्टि से सबसे बड़ी भाषा हिन्दी है जो संस्कृत के सबसे अधिक नजदीक है। स्वतंत्रता संग्राम को अखिल भारतीय स्वरूप देने का काम हिंदी ने किया था।

    गृहमंत्री ने कहा कि हिंदी को राष्ट्र भाषा बनाने का समर्थन करने वाले महापुरुषों में अधिकांश गैर हिंदीभाषी थे। नेतृत्व की कमजोरी से हिंदी को राष्ट्र भाषा का दर्जा प्राप्त नहीं हो सका। हिंदी वैज्ञानिक दृष्टि से सबसे समृद्घ भाषा है। हिंदी के विकास में देश के साथ विदेशियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

    उन्होंने कहा कि भारतीय उद्योग अपने सारे उत्पादों का नाम हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में लिखें। गैर हिंदीभाषी क्षेत्रों में भी लोग हिंदी समझते हैं। अंतर्राष्ट्रीय जगत में हिंदी की प्रतिष्ठा पिछले दिनों बढ़ी है। हिंदी को दूसरे देशों में जीवित रखने में गिरमिटिया लोगों का महत्वपूर्ण योगदान है।

    इस समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सम्मेलन से हिंदी के प्रति सकारात्मक वातावरण बना है। हिंदी को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार समाज के साथ मिलकर हरसंभव प्रयास करेगी।

    उन्होंने कहा कि अंग्रेजी बोलने वाले को श्रेष्ठ समझने की मानसिकता को बदलना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश की संस्कृति और हिन्दी भाषा का गौरवपूर्ण इतिहास है। हिंदी बोलने से सम्मान कम नहीं होता बल्कि और बढ़ता है। उन्होंने कहा कि सम्मेलन की अनुशंसाओं पर भारत सरकार आवश्यक कार्रवाई करेगी। मध्यप्रदेश सरकार अपने स्तर पर हिंदी को प्रोत्साहित करने के ठोस कदम उठाएगी। उन्होंने हिंदी को बढ़ावा देने की प्रतिबद्घता जाहिर करते हुए घोषणा की कि प्रदेश में राजभाषा विभाग को पुनर्जीवित किया जाएगा।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

खरी बात

क्या देश के भविष्य को सही दिशा दी जा रही है?

नैना शर्मा बुलगरिया के पादरी जी के अनुसार,"संस्कृत हमारी माँ, हिंदी हमारी गृहणी और अंग्रेजी हमारी नौकरानी है।" विडम्बना देखिये कि माँ सिर्फ किताबों तक सिमित रह गई, ग्रहणी का...

आधी दुनिया

..तो 13 साल की बच्ची का मां बनना तय!

आर. जयन उत्तर प्रदेश में बाराबंकी जिले के एक गांव में सात माह पूर्व दुष्कर्म की शिकार हुई तेरह साल की एक बच्ची का मां बनना लगभग तय माना जा...

खेल

स्पिनरों के विकास में मददगार नहीं हैं कैरेबियाई पिचें : गिब्स

ब्रिजटाउन (बारबाडोस), 12 सितम्बर (आईएएनएस)। वेस्टइंडीज के महान ऑफ स्पिन गेंदबाज लांस गिब्स ने कहा है कि कैरेबियाई देशों में खराब पिचों के कारण इस क्षेत्र में स्पिन गेंदबाजों की...

मनोरंजन

रणबीर बड़े सितारे : दीपिका

मुंबई, 12 सितम्बर (आईएएनएस)। रणबीर कपूर की पिछली कुछ फिल्मों की असफलता के बावजूद अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का मानना है कि वह बड़े सितारे हैं और फिल्म में भरपूर योगदान...