खरी खबरें इंडिया ने इस महीने दो बड़े टॉपिक कवर किए हैं। एक तरफ़ फ़िल्म ‘अबीर गुलाल’ की रिलीज़ को लेकर सरकार और प्रोducers के बीच मतभेद है, और दूसरी तरफ़ 7‑8 सितंबर को दिखने वाला Blood Moon यानी रक्तिम चंद्रग्रहण के बारे में सबको जाननें की जरूरत है। दोनों ही खबरें जनता के लिए सीधे‑सपाट असर रखती हैं, इसलिए हम यहाँ आसान भाषा में समझाते हैं कि क्या हुआ और आपको क्या करना चाहिए।
‘अबीर गुलाल’ एक रोमांटिक ड्रामा है जिसमें फ़वाद खान और वाणी कपूर ने मुख्य भूमिका निभाई है। मूवी को मूलतः मई 2025 में रिलीज़ करने की योजना थी, पर पहलगाम हमले के बाद शेड्यूल बिगड़ गया। फिर भी निर्माता 12 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिलीज़ करने का इरादा जताते रहे, जबकि भारत में रिलीज़ का दायरा साफ़ नहीं था।
पीआईबी (प्रेस info बुलटिन) ने 26 सितंबर की भारत रिलीज़ की जानकारी को “फेक” कह कर खारिज किया। इसका मतलब है कि अभी तक फिल्म का कोई आधिकारिक भारतीय रिलीज़ डेट नहीं मिला है। मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि पाकिस्तानी कलाकारों की भागीदारी और कुछ फिल्म उद्योग संघों की रूढ़ि ने इस मामले को और जटिल बना दिया है।
अगर आप इस फ़िल्म के फैन हैं तो अभी टिकेट बुक करने की जल्दी नहीं है। बेहतर होगा कि आधिकारिक घोषणा का इंतज़ार करें, क्योंकि किसी भी गलत सूचना से पैसा व समय दोनों बर्बाद हो सकते हैं। इस बीच, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर फिल्म के ट्रेलर और मेक‑ऑफ़ देख सकते हैं, जिससे कहानी की झलक मिल जाएगी।
7‑8 सितंबर की रात पूरी एशिया में एक खास नजारा दिखेगा – पूर्ण लूनर इकटलेप्स, यानी रक्तिम चंद्रग्रहण। भारत में यह इवेंट 8:58 PM IST से शुरू होगा और लगभग 1:26 AM IST तक चलेगा, यानी कुल 82 मिनट का टोटलिटी फ़ेज़। उस दौरान चाँद तांबे‑लाल रंग में चमकेगा, जिसे आमतौर पर ‘ब्लड मून’ कहा जाता है।
इसे देखना पूरी तरह सुरक्षित है, बस आँखों पर कोई विशेष फेन्सिंग की जरूरत नहीं है। लेकिन अगर आप अधिक स्पष्ट दृश्य चाहते हैं तो घनी भीड़ वाले खुले जगह पर या हाई‑ट्रॉफ़िक वाले क्षेत्रों से बचकर देखेँ। कैमरा या फ़ोन से शूट करने वाले लोग टेक्निकल सेटिंग्स पर थोड़ा ध्यान दें – एक्सपोज़र कम करके लाल रंग को हाइलाइट कर सकते हैं।
यह साल का दूसरा और आखिरी पूर्ण चंद्रग्रहण है, इसलिए इसे मिस नहीं करना चाहिए। लोग अक्सर इसे सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं, तो आप भी अपने दोस्त‑साथी को बताकर इस दुर्लभ नजारे का मज़ा बाँट सकते हैं। अगर आप ख़ास तौर पर एस्ट्रोनॉमी में रुचि रखते हैं तो इस इवेंट के बाद रात के आस‑मान में बाकी तारों की भी जाँच कर सकते हैं – कभी‑कभी ग्रेहॉसिंग या मेगास्ट्रॉफ़िक के कारण अतिरिक्त आकर्षण भी दिखते हैं।
संक्षेप में, सितंबर 2025 में खरी खबरें ने दो अलग‑अलग, लेकिन उतने ही महत्वपूर्ण विषय लाए। एक तरफ़ ‘अबीर गुलाल’ की रिलीज़ अनिश्चित है और दूसरी तरफ़ Blood Moon देखने का सही समय और तरीका बताया गया है। दोनों ही मामलों में सही जानकारी रखना आपका फायदा है, चाहे आप फ़िल्म का इंतज़ार कर रहे हों या चंद्रग्रहण का आनंद लेना चाहते हों।